धर्मवीर भारती
Dharamvir Bharati
कवि
जन्म : 25 दिसंबर 1926, प्रयागराज
मृत्यु: 4 सितंबर 1997, मुंबई
- साहित्य और पत्रकारिता के क्षेत्र में अग्रणी स्थान रखने वाले श्री धर्मवीर भारती का प्रारंभिक जीवन अत्यंत संघर्षपूर्ण रहा।
- सन् 1947 में इलाहाबाद से प्रथम श्रेणी में एम.ए. करने के बाद उन्होंने सिद्ध साहित्य पर शोध कार्य किया और उसी विश्वविद्यालय में अध्यापन करने लगे।
- इसी बीच वे ‘अभ्युदय’ और ‘संगम’ के संपादन से जुड़ गए।
- सन् 1960 में उन्होंने विश्वविद्यालय छोड़ दिया और 1987 तक ‘धर्मयुग’ के संपादक रहे।
- डॉ० धर्मवीर भारती का नाम ऐसे समर्थ रचनाकारों में आता है जिनमें अलगअलग विधाओं में सृजन की एक सी सामर्थ्य है।
- उन्होंने उपन्यास, कहानी, निबंध, नाटक, कविता आदि जिस विधा को भी छुआ, उसमें अपनी तरह के अकेले रचनाकार के रूप में प्रतिष्ठित हुए।
- उनके उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’, ‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’, अत्यंत लोकप्रिय हुए।
- उनकी अन्य कृतियां ‘अंधायुग’ और कनुप्रिया’ तथा ‘पूजा’ व ‘गुल की बनो’ ‘बंद गली का आखिरी मकान’ आदि कहानियां कालजयी रचनाएँ हैं।
- उनको साहित्य अकादमी, के.के. बिड़ला फाउंडेशन के व्यास सम्मान तथा अनेक पुरस्कारों से सम्मानित किया गया।
- सितम्बर, 1997 को उनका निधन हो गया।