धनसिंह थापा ‘मेजर‘
Dhan Singh Thapa
सैन्य कर्मचारी
जन्म: 10 अप्रैल 1928, शिमला
मृत्यु: 6 सितंबर 2005, पुणे
- मेजर धनसिंह थापा श्री प्रेम सिंह थापा के पुत्र हैं।
- 28 अगस्त 1949 को उन्हें भारतीय सेना की 1/8 गोरखा राइफल्स में कमीशन प्राप्त हुआ।
- भारत-चीन संघर्ष के दौरान मेजर धनसिंह थापा को लद्दाख की एक अग्रिम चौकी की कमान सौंपी गई थी।
- 20 अक्टूबर, 1962 को चीनियों ने इस चौकी पर तोपों और मार्टरों से गोलाबारी शुरू कर दी। मेजर थापा की चौकी के जवानों की संख्या कम होते हुए भी उन्होंने शत्रु का आक्रमण विफल कर दिया।
- परंतु शत्रु-सेना ने एक बार फिर तोपों और मार्टरों से भारी गोलाबारी की। इस बार उनकी सैनिक संख्या और ज्यादा थी।
- मेजर थापा के सैक्शन ने इस बार फिर शत्रु को भारी नुकसान पहुँचाया।
- चीनियों का तीसरा आक्रमण भी हुआ। इस बार उनके साथ टैंक भी थे। मेजर थापा की चौकी को पहले ही काफी नुकसान हो चुका था।
- चीनी सैनिक उनकी चौकी पर चढ़ आए।
- मेजर थापा ने कई शत्रु सैनिकों को मार गिराया। उनको चीनी सैनिकों ने बंदी बना लिया ।
- मेजर थापा को ‘परमवीर चक्र’ से सम्मानित किया गया ।