चिंतामणि द्वारकानाथ देशमुख
Chintamani Dawakhana Deshmukh
जन्म : 4 जनवरी 1896
निधन: 2 अक्टूबर 1982
- श्री चिंतामणि द्वारकानाथ देशमुख मुंबई के प्रेसीडेंसी कॉलेज से मैट्रिक और इंटर करने के बाद कैम्ब्रिज चले गए।
- सन् 1918 में वे आई.सी.एस. परीक्षा में प्रथम आए। साथ ही वे वकील भी बने।
- लोकमान्य तिलक न उन्हें त्यागपत्र देने से रोका क्योंकि देश को भारतीय आई.सी.एस. अधिकारियों की आवश्यकता थी।
- श्री देशमुख ने बरार और अमरावती में सेवा की। सन् 1943 में रिजर्व बैंक के प्रथम भारतीय गवर्नर बने।
- आई.सी.एस. से सेवानिवृति के बाद वे संसद सदस्य बने और सन् 1950 में वित्त मंत्री बने।
- विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष और दिल्ली विश्वविद्यालय के उपकुलपति बने।
- उन्होंने संस्कृत में काव्य माला’ व ‘गांधी सूक्ति मुक्तावली’ की रचना की।
- कालिदास के मेघदूत का मराठी में अनुवाद किया।
- सन् 1975 में उन्हें पद्मभूषण दिया गया।
- 2 अक्टूबर 1982 को उनका निधन हो गया।