भूपेन हजारिका
Bhupen Hazarika
भारतीय गायक
जन्म : 8 सितंबर 1926, सादिया
निधन: 5 नवंबर 2011, कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल और चिकित्सा अनुसंधान संस्थान, मुंबई
- भूपेन हजारिका के पिता एक स्कूल में अध्यापक थे। उनकी प्रारंभिक शिक्षा पिता के संरक्षण में घर पर ही हुई। तीसरी कक्षा में वह स्कूल गए।
- उन्होंने 14 वर्ष की उम्र में मैट्रिक और 20 वर्ष की उम्र में एम.ए. किया।
- बनारस विश्वविद्यालय से लौटने के बाद वह गुवाहाटी विश्वविद्यालय में अध्यापन करने लगे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय से पीएच. डी. किया।
- उन्होंने कुछ समय आकाशवाणी के गुवाहाटी केंद्र में काम किया।1967-72 तक निर्दलीय सदस्य के रूप में राज्य विधानसभा के सदस्य रहे।
- भूपेन हजारिका को बचपन से ही गाने का शौक था। उनको ज्योति बाबू और पॉल रॉबसन ने स्वतंत्र रूप से गाने की प्रेरणा दी। कलकत्ता आने के बाद उन्होंने सिनेमा, साहित्य, संगीत और संस्कृति को ही अपना मुख्य क्षेत्र बना लिया।
- सन् 1956 में उन्होंने अपनी पहली असमिया फिल्म ‘एरा बातार सुर’ बनाई। उन्होंने असमिया और बांग्ला में सात फिल्में बनाईं जिनमें से तीन को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं।
- उन्होंने कई प्रसिद्ध फिल्मों ‘रूदाली’, ‘चमेली मेमसाब’ आदि को मिलाकर लगभग चालीस फिल्मों में संगीत दिया है।
- वह लगभग नौ सालों तक फिल्म सेंसर बोर्ड के सदस्य रहे। एन एफ डी सी तथा ‘चिल्ड्रन्स फिल्म सोसायटी’ के सदस्य रह चुके हैं।
- उनको ‘संगीत नाटक अकादमी’ पुरस्कार, पद्मश्री, नेशनल सिटीजन अवार्ड तथा दादा साहब फाल्के पुरस्कारों से सम्मानित किया जा चुका है।
- 5 नवंबर 2011 को उनकी मृत्यु हो गई