अमृता प्रीतम
Amrita Pritam
जन्म : 31 अगस्त, 1919
गुजरांवाला (पाकिस्तान)
- अमृता प्रीतम का जन्म अमृत कौर के रूप में 1919 में मंडी बहाउद्दीन, पंजाब, वर्तमान पाकिस्तान में हुआ था।
- राज बीबी की इकलौती संतान, जो एक स्कूल शिक्षक थीं और करतार सिंह हितकारी, जो एक कवि थे,
- पंजाबी की सुप्रसिद्ध लेखिका अमृता प्रीतम के 18 काव्य-संग्रह, तीस उपन्यास, आठ पंजाबी कथा-संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं।
- उनकी कविताओं का पहला संकलन, “अमर लहरें” 1936 में प्रकाशित हुआ था।
- सोलह साल की उम्र में, उन्होंने एक संपादक प्रीतम सिंह से शादी की, जिनसे वह बचपन में जुड़ी हुई थीं, और उनका नाम अमृत कौर से बदलकर अमृता प्रीतम कर दिया।
- उन्होंने भारत के विभाजन से पहले कुछ समय के लिए लाहौर के एक रेडियो स्टेशन में भी काम किया।
- जबलपुर, पंजाब और दिल्ली विश्वविद्यालय ने उन्हें डी.लिट. की मानद उपाधि से सम्मानित किया है। वह सन् 1986 तक राज्यसभा की मनोनीत सदस्या रही हैं।
- 1936 और 1943 के बीच कविताओं के आधा दर्जन संग्रहों का अनुसरण किया था।
- हालाँकि उन्होंने एक रोमांटिक कवि के रूप में अपनी यात्रा शुरू की, जल्द ही उन्होंने गियर बदल दिए, और प्रगतिशील लेखकों के आंदोलन का हिस्सा बन गईं।
- साहित्य अकादमी एवं ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित किया जा चुका है।