नारायण श्रीधर बेंद्रे
Narayan Shridhar Bendre
भारतीय कलाकार
जन्म : 21 अगस्त 1910, इंदौर
मृत्यु: 19 फरवरी 1992, मुंबई
- नारायण श्रीधर बेंद्रे ने आगरा से सातक की उपाधि लेने के बाद मुंबई से कला में डिप्लोमा लिया। उन्होंने ‘आर्ट स्टुडेंट्स लीग’ से ग्राफिक कला और वाई डब्ल्यू सी ए न्यूयार्क से सिरामिक कला सीखी।
- सन् 1974 में वे ललित कला अकादमी के फैलो चुने गए।
- उन्होंने सन् 1943 से लंबी अवधि तक अपनी चित्रकला की प्रदर्शनियाँ लगाई।
- यूगोस्लाविया, पोलैंड, चेकोस्लोवाकिया में भी अपनी चित्रकला का प्रदर्शन किया।
- सभी राष्ट्रीय स्तर की कला प्रदर्शनियों में उनकी भागीदारी रही।
- उन्होंने न्यूयार्क और टोरंटो को जाने वाले चित्रकार दल का प्रतिनिधित्व किया।
- उनके चित्र ललित कला अकादमी, कला भवन, बनारस, बड़ौदा, चेनई और सालारजंग संग्रहालय में सुरक्षित हैं । विदेशों में भी उनके चित्रकला संग्रह रखे गए हैं।
- श्री बेंद्रे बड़ौदा में कला संकाय के प्रोफेसर और डीन रहे। चीन-जापान को जाने वाले भारतीय सांस्कृतिक दल के सदस्य रहे। वे ललित कला अकादमी के उपाध्यक्ष भी रहे।
- उन्हें ‘पद्मश्री’, कालिदास सम्मान, गगन-अवनी पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
- 20 फरवरी, 1992 को उनका निधन हो गया।