ओणम
Onam
ओणम अगस्त-सितंबर के महीने में आनेवाला, नाच-गाने, पकवान और खुशियाँ मनाने का पर्व है। महाबली के सम्मान में मनाए जानेवाला यह पर्व चार दिन तक मनाया जाता है।
महाबली एक घमंडी राजा थे। भगवान विष्णु ने वामन रूप बना उनसे तीन पग भूमि माँगी। महाबली के तैयार होने पर उन्होंने विराट रूप बना, पहले पग में पूरी धरती, दूसरे में पूरा आकाश माप डाला और तीसरा पग उसके सिर पर रख उसे पाताल लोक में भेज दिया।
इस पर्व का आरंभ घर-घर सुंदर, रंगोलियाँ बनाकर किया जाता है। केरलवासी प्रीतिभोज के लिए कई तरह के पकवान बनाते हैं। यह धारणा है। कि महाबली इस प्रीतिभोज पर प्रसन्न होकर उन्हें संपन्नता प्रदान करेंगे।
मंदिरों और धार्मिक स्थानों पर विशेष सजावट रहती है। लोग मिठाइयों का आदान-प्रदान करते हैं। इस पर्व का मुख्य आकर्षण नौकायान है। नावों को भांति-भांति सुसज्जित कर नौकादौड़ प्रतियोगिता भी की जाती है।
ओणम की तैयारी स्वयं में एक पर्व होता है। ऐसे त्योहार हमारे जीवन में नया रंग और स्फूर्ति भर देते हैं।