मेरे प्रिय डॉक्टर अंकल
Mere Priya Doctor Uncle
बच्चों को डॉक्टरों से हमेशा डर लगता है परंतु मुझे अपने डॉक्टर अंकल बहुत अच्छे लगते हैं।
डॉक्टर अंकल का दवाखाना नन्हें कार्टून चित्रों से सजा है। उनके ‘कमरे के बाहर प्रतीक्षा-कक्ष में बच्चों के लिए कई झूले लगे हैं। वहाँ खेलते हुए बच्चों को डॉक्टर का भय पूरी तरह भूल जाता है।
डॉक्टर अंकल के कमरे में भालू के आकार की एक कुरसी है जिस पर बच्चों को बिठाकर वे उनसे बातें करते हैं। वे सदा बच्चों को अपना मित्र कहकर मिलते हैं। वे बातें करते हुए सुई कब लगा देते हैं पता है। नहीं चलता। उनकी दी हुई दवाइयाँ मीठी होती हैं।
मैं भी बड़े होकर डॉक्टर अंकल जैसे बच्चों का चिकित्सक बनना चाहता हूं।