मैं अखबारवाला हूँ
Main Akhbar wala hu
सुबह की चाय के साथ आप सबको दुनियाभर की खबर पहुँचाता हूँ। मैं एक अखबारवाला हूँ।
मैं सुबह-सुबह अंधेरे में अखबार लेकर निकल पड़ता हूँ। जब आपकी नींद भी नहीं खुली होती, उस समय मैं अखबार आपके दरवाजे पर पहुँचाता हूँ। पहली, दूसरी या दसवीं मंजिल, सभी तक मैं फुर्ती से पहुँच जाता हूँ।
मैंने कभी मौसम की परवाह नहीं की। गरमी, कड़कती ठंड या रिमझिम वर्षा, सभी में मैं आप तक समाचारपत्र पहुँचाता हूँ।
मुझे सभी अखबारों और पत्रिकाओं के नाम पता हैं। मेरे इतने ज्ञान के बाद भी आप में से लगभग सभी मेरा नाम भी नहीं जानते। बहुत लोग तो मेरा चेहरा भी नहीं पहचानते । परंतु मैं इसी में खुश हूँ कि सबकी मेज पर सुबह-सुबह मैं समाचारपत्र पहुँचाता हूँ।