Hindi Essay on “Our Good Habits”, “हमारी अच्छी आदतें”, for Class 5, 6, 7, 8, 9 and Class 10 Students, Board Examinations.

हमारी अच्छी आदतें

Our Good Habits 

 

एक कहावत है कि अच्छी आदतें एक व्यक्ति का सही निर्माण करती हैं। इन अच्छी आदतों से ही हम अपनी पहचान दूसरे लोगों के बीच में बना पाते हैं। हमारा अच्छा व्यवहार ही हमें इतने लोगों में आदर दिलाता है तथा हम दूसरों से सम्मान पाते हैं।

अच्छी आदतें आदमी में शुरू से ही आ जाती हैं। अगर वह एक सुसंस्कृत परिवार से संबंध रखता है और अक्सर देखा गया है कि जिसका परिवार अच्छे व्यवहार व अच्छे संस्कारों वाला नहीं होता उनके बच्चे भी आगे चलकर ऐसे ही बन जाते हैं। अच्छी आदतें ही हैं जो कि एक व्यक्ति को सही रास्ते पर लेकर जाती हैं।

जीवन में विकास करने के लिए अच्छी आदतों का होना बहुत जरूरी है। ये हमें दूसरों का विश्वास जीतने तथा उन्हें अपने पक्ष में करने में सहायता करती हैं। वह जीवन में सफलता हासिल करने के लिए बहुत जरूरी है। वहीं दूसरी ओर एक बुरे या खराब व्यवहार वाला व्यक्ति है जिसे कि बुरे नहार तथा खराब आदतों की वजह से कोई पसन्द नहीं करता। वह जीवन जिस भी राह को चुनता है वही उसे असफलता दिलाती है।

अच्छी आदतें दूसरे आदमी के व्यवहार को भी बदल सकती है। एक नमतापूर्ण जवाब गुस्से को भगाने में सहायक है तथा हमारे अच्छे शब्द हमें कई बार कई मुसीबतों से बचाने में हमारी सहायता करते हैं। जब कई बार हमारी योग्यता काम नहीं आती तो हमारा अच्छा व्यवहार हमारी सहायता करता है। अच्छी आदतें जीवन में शुरू से ही अपनानी चाहिए। एक बच्चा जो संस्कार से पूर्ण परिवार में जन्म लेता है। वह बड़ी आसानी से अच्छी आदतों का पालन कर सकता है क्योंकि वह अपने बड़ों के अच्छे व्यवहार से शिक्षा ग्रहण करता है तथा वैसा ही करने की कोशिश करता है। बच्चा वही सीखता है जो उसे सिखाया जाता है। अत: यह माँ-बाप पर ही है कि वह थोड़ी सी सावधानी रखे और अपने बच्चों को अच्छे संस्कार दे।

एक व्यक्ति को हमेशा यह ध्यान में रखना चाहिए कि जब वह किसी के साथ बातें कर रहा है तो वह हमेशा अपनी बात ही न करता रहे बल्कि दूसरे व्यक्ति को भी बोलने का मौका दे। यह बहुत बुरी बात है कि जब तक कोई आपसे बोलने में रुचि न रखता हो और उससे बोलते जाएं। हमेशा हमें अजनबी से भी अच्छी तरह से नम्रता से बात करनी चाहिए ताकि हमारा दूसरों पर अच्छा प्रभाव पड़े। जब भी हम यात्रा करें तो हमेशा सड़कों के कानूनों का पालन करें। हमें हमेशा अपने से बड़ों तथा बूढे व्यक्तियों का आदर तथा सेवा करनी चाहिए। जब भी हम कभी बस या रेल में चढ़े तो हमें चढने के लिए धक्का नहीं मारना चाहिए बल्कि आराम से खड़े होकर अपनी बारी का इंतजार करना चाहिए। यह बहुत गन्दी आदत है कि अपनी पंक्ति को तोड़कर आगे बढ जाओ इससे दूसरों को भी बहुत परेशानी होती

हमें हमेशा यही ध्यान रखना चाहिए कि हमारे व्यवहार से कभी किसी को कोई परेशानी न हो।

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