दशहरा का त्यौहार
Dussehra ka Tyohar
दशहरा हिन्दुओं का प्रसिद्ध त्योहार है। दशहरा अधर्म पर धर्म की विजय का प्रतीक है तथा आसुरी शक्ति दैविक पर शक्ति की विजय का प्रतीक है सभी हिन्दू इस त्योहार को बड़ी खुशी से मनाते हैं।
यह योहार अधिकतर अक्तूबर के महीने में आता है। इस दिन राम ने रावण को मारा था और रावण पर विजय प्राप्त की थी इसलिए इस दिन को विजय दशमी भी कहते हैं। इससे एक सप्ताह पूर्व ही जगह-जगह रामलीलाएँ होती हैं तथा लोग रामलीला को देखने जाते हैं।
दशहरा का त्योहार बड़ी धूमधाम से मनाया जाता है। दशहरे वाले दिन सभी बाजार तथा दुकानें सजायी जाती हैं। सभी लोग बाजार से मिठाइयाँ तथा पटाखे खरीदते हैं। दशहरे वाले दिन बड़े मैदान में रावण, कुंभकर्ण तथा मेघनाथ के पुतले जलाए जाते हैं। शाम के समय सभी अपने बच्चों के साथ मेला देखने जाते हैं तथा पुतलों को जलते हुए झांकियाँ देखते हैं। रावण जलने से पहले कई स्थानों पर बहुत सुन्दर तथा विभिन्न प्रकार की झांकियां भी दिखाई जाती हैं। फिर शाम के समय शुभ मुहुर्त देखकर रावण को जलाया जाता है। आतिशबाजी का बहुत शोर होता है। बच्चे इसे देखकर बहुत खश होते हैं। दशहरे पर बहुत बड़ा मेला लगता है। यह दृश्य बड़ा मनोरंजक होता है। घरों में स्वादिष्ट भोजन तथा मिठाइयाँ बनती हैं तथा विजय की देवी दुर्गा की पूजा होती है। इस प्रकार यह त्योहार हँसी-खुशी से मनाया जाता है। दशहरे का त्योहार हमें यह विश्वास दिलाता है कि हमेशा असत्य पर सत्य की जीत होती है।
cool
thanks